अरमानों से सज कर हर दग़ाबाज़, ग़ैरों की उतरन पा गया. By rehmatSeptember 30, 2024Add comment अ अरमानों से सज कर हर दग़ाबाज़, ग़ैरों की उतरन पा गया. ‘रहमत’ बुरा वक़्त दोस्तों के सिवा, तेरे सारे दुश्मन खा गया. – रहमत (जुलाहा) FacebookX