उम्र भर सच बोलने का नशा बढ़ता ही रहा. By rehmatOctober 25, 2024Add comment उ उम्र भर सच बोलने का नशा बढ़ता ही रहा. रहमत अब ऐसे चुप हैं जैसे कहीं के ना रहे. – रहमत (जुलाहा) FacebookX