तुझसे दूर देखूँ भी तो किसे देखूँ रफ़त. By rehmatSeptember 19, 2024Add comment त तुझसे दूर देखूँ भी तो किसे देखूँ रफ़त. अब चाँद से दूर देखूँ भी तो क्या दिखे. – रहमत (जुलाहा) FacebookX