rehmat.re रहमत (जुलाहा) की शायरी

मस्तूल ए हिंदुस्ताँ से ऊँचा, अब कोई क्या परवान चढ़े.

मस्तूल ए हिंदुस्ताँ से ऊँचा, अब कोई क्या परवान चढ़े.
हवा में लहराने लगा है कोहली, और बुमराह उड़ान भरे.
मैदान ए जहाज़ में हर खिलाड़ी कर रहा है मुकम्मल कोशिशें.
बह चले आसमाँ में तिरंगा, सारे समंदर को हैरान करे.

– रहमत (जुलाहा)

हवा में लहराना – बल्लेबाज़ी
उड़ान भरना – गेंदबाज़ी
मस्तूल – जिस डंडे पर जहाज़ का सबसे ऊँचा झंडा लगाया जाए.

#shayari #india #cricket #team #rohit #captain #kohli #ballebaz #bumrah #gendbaz #hardik #mastool #hindustan #ooncha #parwaan #hawa #udaan #maidan #jahaz #khiladi #mukammal #koshish #lehraye #asmaan #tiranga #samandar #hairan

About the author

Add comment

Avatar photo By rehmat
rehmat.re रहमत (जुलाहा) की शायरी
Rehmat Ullah - रहमत (जुलाहा)