रहमत कौड़ी के ज़ोर पे, ग़दर उड़ाए धूल. By rehmatOctober 14, 2024Add comment र रहमत कौड़ी के ज़ोर पे, ग़दर उड़ाए धूल. इधर उजाड़े आशियाने, उधर बताए फूल. – रहमत (जुलाहा) FacebookX