रहमत यूँ ही नहीं उठ कर जाया करते. By rehmatSeptember 12, 2024Add comment र रहमत यूँ ही नहीं उठ कर जाया करते. मिली है नज़र, वो दीदार कर रहा है. – रहमत (जुलाहा) FacebookX