सँवरने लगे हैं ज़ालिम भी आजकल बद-दु’आ लेकर. By rehmatOctober 9, 2024Add comment स सँवरने लगे हैं ज़ालिम भी आजकल बद-दु’आ लेकर. सूरत पर नज़र का नुक़्ता लिए ज़लील लगा करते हैं. – रहमत (जुलाहा) FacebookX