मुत्तक़ी मुर्शिद मुरीद मुश्ताक़ ए मीर ओ इल्मदार. By rehmatOctober 30, 2024Add comment म मुत्तक़ी मुर्शिद मुरीद मुश्ताक़ ए मीर ओ इल्मदार. रहमत के रास्ते में बैठे हैं कितने कि जाने हम किधर से जाएँ. – रहमत (जुलाहा) FacebookX