उठा कर हाथ मैंने मुश्त ए ख़ाक छोड़ दी.
सुन कर दुआ उसने मेरी तक़दीर मोड़ दी.
अब यूँ चाक-चाक त’अल्लुक़ ए बज़्म ए याराँ ओ ज़माना.
बना कर ख़ुद का यार ख़ुदा ने मेरी सबसे यारी तोड़ दी.
– रहमत (जुलाहा)
———-
देखो दग़ा ए दोस्ती ने दुश्मनों को होड़ दी.
निबाहने को रिश्ता मेरे ‘ऐबों से यूँ मुकर गए.
हर दुश्वार मोड़ पर मेरी ही गर्दन मरोड़ दी.
———-
#shayari #life #friends #people #musht #khaak #khaaq #dua #chaak #talluk #bazm #yaraan #zamana #khuda #yaari #daga #dosti #dushman #nibaah #rishta #aib #mukar #dushvaar #mod #gardan #marod #tod #chhod