इस क़दर तुझसे मिलने की बात सता रही है.
बैठा हूँ महफ़िल में अकेला और तेरी याद आ रही है.
हर जगह दिख रही है तेरी सूरत और लग रहा है जैसे.
चल रहाँ हूँ तेरी जानिब और तू मुझे पास बुला रही है.
कोई तेरी बात करे तो होश में आऊँ और थोड़ा रूकूँ.
तू मुड़ मुड़ कर देख रही है पीछे और मेरी जान चली जा रही है.
– रहमत (जुलाहा)
#shayari #love #friendship #kadar #baat #sataa #baithha #mehfil #akela #yaad #jagah #soorat #chal #janib #paas #hosh #thoda #mudd #jaan #zyada #sit #alone #place #face #walk #towards #sense #near #turn #distress