कौन बताए रिश्तों के तराज़ू में कितनी मिक़दार ए मुहब्बत. By rehmat11 months agoAdd comment क कौन बताए रिश्तों के तराज़ू में कितनी मिक़दार ए मुहब्बत. कम रही तो आफ़त से मरे, ज़्यादा हुई तो ज़िल्लत से मरे. – रहमत (जुलाहा) #shayari #life #julaha #people FacebookX