rehmat.re रहमत (जुलाहा) की शायरी

कम्बख़्त ये आते जाते इश्क़ के सौ रंग.

कम्बख़्त ये आते जाते इश्क़ के सौ रंग.
हरा पान उसने खाया तो हम भी लाल हुए.
– रहमत (जुलाहा)

#shayari #love #friendship #julaha #people #beautiful #dil #jaan #ishq

About the author

Add comment

Avatar photo By rehmat
rehmat.re रहमत (जुलाहा) की शायरी
Rehmat Ullah - रहमत (जुलाहा)