नमरूद ओ फिरौन ए हुस्न तो हुआ है बहुत. By rehmat11 months agoAdd comment न नमरूद ओ फिरौन ए हुस्न तो हुआ है बहुत. ज़मीन पर ही अब तो कोई जहन्नम आए. और क्या देखूँ कि वो मुस्कुरा भी रहा हो. जलवा अफ़रोज़ वो मुझ तक बस दो कदम आए. – रहमत (जुलाहा) FacebookX