rehmat.re रहमत (जुलाहा) की शायरी

ख़ुशबू ख़ुशी ख्वाहिश ख़याल ख़्वाब भी है.

ख़ुशबू ख़ुशी ख्वाहिश ख़याल ख़्वाब भी है.
मेरी रूह में तेरा उतर जाना एक सवाब भी है.

– रहमत (जुलाहा)

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Rehmat Ullah - रहमत (जुलाहा)