मेरे साथ रह कर हर घड़ी. By rehmatApril 28, 2024Add comment म मेरे साथ रह कर हर घड़ी. पल पल घड़ी घड़ी सताए जा रही थी. घड़ी खोल कर रख दी मैंने. सबकी औक़ात बताए जा रही थी. – रहमत (जुलाहा) FacebookX