मुझे इस उम्मीद में रास्ते ताक रहे हैं. By rehmatSeptember 26, 2024Add comment म मुझे इस उम्मीद में रास्ते ताक रहे हैं. उसके छूने से ही मेरा ये दम निकले. – रहमत (जुलाहा) FacebookX