एक शोख़ नज़र काफ़ी है दिल चीर डालने के लिए.
तुम सितमगर हो चले हो लबों से मरहम लगा कर.
नज़ाकत से नाम लेते हो होश में लाने के लिए.
जान लेने चले हो ‘मेरी जान’ मुझे सनम बता कर.
– रहमत (जुलाहा)
#shayri #shayari #love #beatiful #partner
एक शोख़ नज़र काफ़ी है दिल चीर डालने के लिए.
तुम सितमगर हो चले हो लबों से मरहम लगा कर.
नज़ाकत से नाम लेते हो होश में लाने के लिए.
जान लेने चले हो ‘मेरी जान’ मुझे सनम बता कर.
– रहमत (जुलाहा)
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