निर्मल पंछी छड़ काग भए, रहमत कागा रहा ना कोय. By rehmatApril 28, 2024Add comment न निर्मल पंछी छड़ काग भए, रहमत कागा रहा ना कोय. गिद्ध तरतीब लग डागला, चमड़ी नौंच खौंच के सोय. – रहमत (जुलाहा) FacebookX